Ticker

6/recent/ticker-posts

CAS ने खारिज की विनेश फोगाट की याचिका, टूटा 1.4 अरब भारतीयों की दिल, फैंस ने सोशल मीडिया पर जताया दुख

 


CAS ने खारिज की विनेश फोगाट की याचिका, टूटा 1.4 अरब भारतीयों की दिल, फैंस ने सोशल मीडिया पर जताया दुख

विनेश फोगाट की याचिका को CAS (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ने रद्द कर दिया है. CAS के इस फैसले से भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) भी हैरान है. संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा UWW (United World Wrestling) ने इस पर हैरानी जताई है. वहीं भारतीय फैंस ने अब इस पर अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं.


तीन बार तारीख आगे बढ़ाने के बाद बुधवार 14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (CAS) ने विनेश फोगाट के मामले पर अपना फैसला सुना दिया है. सबसे हैरानी की बात की ये रही कि कोर्ट का फैसला केवल एक लाइन का था. उसने इसमें साफ-साफ कह दिया कि याचिका को खारिज की जाती है. फाइनल से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ विनेश ने खेल की सबसे बड़ी अदालत CAS में याचिका लगाई थी. उन्होंने पेरिस ओलंपिक की कमियों को बताते हुए वजन कम नहीं कर पाने के पक्ष में कई तर्क दिए. हालांकि, कोर्ट को उनके तर्कों संतुष्टी नहीं मिली. याचिका खारिज होने का मतलब ये भी है कि अब भारत को कोई जॉइंट सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा. इसे लेकर भारतीय फैंस काफी नाराज हैं.

टूटा भारतीय फैंस का दिल

CAS ने फैसले ने 1.4 अरब भारतीयों का दिल तोड़ दिया है. सुनवाई के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने विनेश के पक्ष में फैलसा आने की उम्मीद जताई थी. इससे भारतीय फैंस को राहत मिली थी और उन्हें पूरी उम्मीद थी खेल सर्वोच्च कोर्ट न्याय करेगा. इससे भारत की झोली में एक सिल्वर मेडल भी आएगा. हालांकि, 3 बार तारीख बढ़ाने के बावजूद ऐसा कुछ नहीं हुआ. अब सोशल मीडिया पर फैंस अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं. उनका कहना है कि भारत से जबरदस्ती मेडल छिन लिया गया है. कई फैंस ने विनेश का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें चैंपियन भी बताया है.

भारतीय ओलंपिक संघ भी हैरान

विनेश फोगाट की याचिका रद्द होने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) भी हैरान है. IOA की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अध्यक्ष पीटी ऊषा UWW (United World Wrestling) के खिलाफ याचिका रद्द होने से वो काफी दुखी हैं. केवल 100 ग्राम के अंतर के कारण विनेश को डिस्क्वालिफाई करने को गलत बताया. उन्होंने इस मामले में भारतीय पहलवान के साथ खड़े रहने की बात कही है. इतना ही IOA की अध्यक्ष ने UWW के नियमों पर भी सवाल खड़े किए हैं.




Post a Comment

0 Comments